इसे चंद्र को मजबूत करने के लिए उपयोग कीया जाता है। इस रत्न को इंग्लिश में Pearl ( पर्ल - मोती ) कहा जाता है। मोती चंद्रमा का मुख्य रत्न है।

मेष, कर्क, वृश्चिक और मीन राशि के लोगों के लिए मोती एक भाग्यशाली रत्न होता है।

कुंडली में अगर चंद्र ग्रह निर्बल है और उसकी वजह से जीवन में दिक्कतों का सामना करना पद रहा है तो मोती से चंद्र ग्रह मजबूत होता है, जिससे व्यक्ति को जीवन की दिक्कतों से छुटकारा मिलता है।

अगर आप वृषभ, मिथुन, सिंह, धनु, मकर या कुंभ राशि के जातक हैं तो आपको मोती नहीं पहनने की सलाह दी जाती है।

व्यवसाय और वैवाहिक जीवन में दिक्कतों का सामना करने वाले व्यक्ति को मोती धारण करना चाहिए।

मोती मानसिक रूप से स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों से उभरने में मदद करता है। यह शरीर में रक्त संचार को भी नियंत्रित करता है।

ऐसा भी माना जाता है की यह रत्न पहनने वाले को किसी भी दुर्घटना से बचाता है और इंसान की सुरक्षा करता है।

ऐसा माना जाता है कि मोती पहनने से व्यक्ति को अपने जीवन साथी को समझने में मदद मिलती है , गलतफहमी दूर करके रिश्ते में स्थिरता प्रदान करता है

मोती मन का कारक है और यह सारी समस्याएं मन की वजह से ही होती है। । मोती पति पत्नी के रिश्ते में सामंजस्य बनाए रखता है और उनके वैवाहिक जीवन के आनंद को बढ़ाता है ।

ज्यादातर असली मोती सम्पूर्ण गोल नहीं होते है। उस का आकार थोड़ा अनियमित अंडाकार, निकट-गोल, गोलाकार, सिक्का, बूंद और पूरी तरह से अनियमित आकार में हो सकते हैं। असली मोती आमतौर पर नकली मोतियों की तुलना में वजन में भारी होते हैं। उन्हें अपने हाथ में धीरे से तुलना करें और वजन में अंतर महसूस करें।